उन की प्राप्ति का आधार समझते हुए,
उनके अनुभव द्वारा अनेकों की सेवा के निमित्त बनाना पड़े।
इस बेहद की सेवा-अर्थ परखने की शक्ति की आवश्यकता है।
इसलिए अब ऐसी विशाल बुद्धि बन सेवा का विशाल रूप बनाओ - अब देखेंगे ऐसी विशाल सर्विस का सबूत कौन से सपूत बच्चे देते हैं।
ऐसी सर्विस के निमित्त बनने वाले राज्य-पद के अधिकारी बनते हैं। ..."