POINTS OF YAAD FROM MURLI - 02.06.2018


1.

मीठे बच्चे - "मोस्ट स्वीटेस्ट बाप इस कडुवी दुनिया को बदल स्वीट बनाते हैं, तुम्हें भी स्वीट बाप और वर्से को याद कर मोस्ट स्वीटेस्ट बनना है"

 

2.

वह है मोस्ट स्वीटेस्ट। उस स्वीटेस्ट बाप को बहुत लव से याद करना है क्योंकि बाप कहते हैं बच्चों मझे याद करने से तो तुम ऐसा पुरुषोत्तम बनेंगे और ज्ञान रत्नों को धारण करने से तुम भविष्य 21 जन्मों के लिए पदमपति बनेंगे।

 

3.

बच्चे जानते हैं स्वीटेस्ट बाबा हमको मोस्ट स्वीटेस्ट बना रहे हैं। हू बहू आप समान बनाते हैं। जो जैसा होगा वैस बनायेगा ना। तो ऐसा स्वीटेस्ट बनने के लिए स्वीट बाप को और स्वीट वर्से को याद करना है। बाबा बार-बार बच्चों को कहते हैं मीठे बच्चे अपने को अशरीरी समझ मुझे याद करो तो मैं प्रतिज्ञा करता हूँ याद से ही तुम्हारे सब कल कलेश मिट जायेंगे। तुम एवर हेल्दी एवर वेल्दी बन जायेंगे। तुम मोस्ट स्वीट बन जायेंगे।

 

4.

तुम बच्चे बाप को फालो करो तो तुमको फिर और सभी फालो करेंगे। बाप टीचर भी है ना। तो टीचर जरूर बच्चों को शिक्षा देंगे बच्चे याद का रोज़ अपना चार्ट रखो। जैसे व्यापारी लोग रात को मुरादी सम्भालते हैं ना। तो तुम व्यापारी हो बाप से कितना बड़ा व्यापार करते हो। जितना बाप को जास्ती याद करेंगे उतना बाप से अथाह सुख पायेंगे। सतोप्रधान बनेंगे।

 

5.

अपने ऊपर बहुत नज़र रखनी पड़ती है। देखना चाहिए मैं मोस्ट बिलवेड बाबा को कितना समय याद करता हूँ? बाबा जानते हैं कई बच्चों को याद करने की भी फुरसत नहीं है। बाप कहते हैं मुझे बहुत प्यार से याद करो, फिर भी याद नहीं करते हैं तो समझेंगे ना फुर्सत नहीं है। माया पूरा समय ले लेती है। बाप को याद करने की फुर्सत नहीं देती है। सारा मदार है याद की यात्रा पर। याद में ही माया विघ्न डालती है। याद भुला देती है इसलिए बाप समझाते हैं मीठे बच्चों देही-अभिमानी बनो। योग की ताकत से ही तुम किसको थोड़ा भी समझायेंगे तो उनको झट तीर लग जायेगा। जिसको तीर लगता है तो एकदम घायल कर देते हैं। पहले घायल होते हैं फिर बाबा के बनते हैं। बाप को प्यार से याद करते हैं तो बाप को भी कशिश होती है। कई तो बिल्कुल ही याद नहीं करते। बाबा को तरस पड़ता है फिर भी कहेंगे बच्चे उन्नति को पाओ। आगे नम्बर में आओ। जितना ऊंच पद पायेंगे उतना नजदीक आयेंगे और अथाह सुख पायेंगे। पतित-पावन तो एक ही बाप है इसलिए एक बाप को याद करना है। सिर्फ एक बाप भी नहीं, साथ-साथ फिर स्वीट होम को भी याद करना है। सिर्फ स्वीटहोम को भी, माल-मिलकियत भी चाहिए इसलिए स्वर्गधाम को भी याद करना है।

 

6.

क्रोध का भूत होगा तो याद में रह नहीं सकेंगे। बाप कितना मीठा है, तो बच्चों को भी समझाते हैं बच्चे बहुत-बहुत मीठे बनो, बाहरमुखी मत बनो, अन्तर्मुखी बनो। जैसे बाप अति लवली आत्मा प्युअर है ऐसे प्युअर बनना है। बहुत लव से बाप को याद करना है। बाबा आपके सिवाए हमारे सामने दूसरा कोई न आये। बाप जैसा प्यारा कोई है नहीं। हर एक उस एक माशूक के आशिक बनते हैं। तो उस माशुक को बहुत याद करना है।

 

7.

बाप कहते हैं मीठे बच्चों मामेकम् याद करो तो बेड़ा पार है। जिस मीठे बाप द्वारा हम हीरे जैसा बनते हैं ऐसे बाप के साथ हमारा कितना लव है। बहुत प्रेम से बाप को याद कर अन्दर एकदम ठर जाना चाहिए। (शीतल हो जाना चाहिए) रोमांच खड़े हो जाने चाहिए। जो भी डिफेक्ट्स हैं उनको निकाल प्युअर डामन्ड बनना है। अगर थोड़ी भी कमी होगी तो वैल्यु कम हो जायेगी। अपने को बहुत वैल्युबुल हीरा बनाना है। बाप की याद भूलनी नहीं चाहिए बल्कि और ही याद सतानी चाहिए। बाबा-बाबा कह एकदम प्यार में समा जाओ।

 

8.

बच्चों को सदैव यही याद रहे। टाइम तो बहुत बचता है। 8 घण्टा धंधाधोरी करो, 8 घण्टा आराम, बाकी 8 घण्टा बाप से वार्तालाप, रूहरिहान करो, रूहानी सर्विस करो। माया के भूत अगर अन्दर रहेंगे तो सक्सेस नहीं होंगे।