POINTS OF YAAD FROM MURLI - 27.06.2018


1.

गॉड इज वन, फादर इज वन। अभी आत्मा अपने फादर को भूल गई है। फादर को भूलने कारण सभी मनुष्य-मात्र आरफन बन गये हैं। फादर को न जानने कारण बहिश्त को यानी रचना को अथवा भाई-बहन को याद करते रहते हैं। फादर को भूल आपस में ही लड़ते-झगड़ते रहते हैं। निधण के बन पड़े हैं।

2.

गाया जाता है दु:ख में सिमरण सब करें, सुख में करे न कोई.... अब सब भक्त एक भगवान को याद करते हैं।

 

3.

बाप सब आत्माओं को कहते हैं - अब तुम मुझ बाप को याद करो। बाप को थोड़े-ही भूलना चाहिए। बाप को भूला तो वर्सा कैसे मिलेगा। बाप कहते हैं मामेकम् याद करो।