POINTS OF YAAD FROM MURLI - 06.07.2018


1.

यहाँ यह बाप, टीचर, सतगुरू - तीनों ही कम्बाइन्ड हैं। यह एक बात भी बच्चे याद रखें तो खुशी का पारा चढ़ जाये।

 

2.

मनुष्यों का बुद्धियोग चला जाता है कृष्ण तरफ। परन्तु देहधारी कृष्ण को याद करने से विकर्म विनाश नहीं हो सकते।

 

3.

पहले नष्टोमोहा बनना पड़े। तुम लोग इतने भट्ठी में रहे तो भी कितने नष्टोमोहा नहीं बने, याद आती रही। यहाँ से गये, मित्र-सम्बन्धियों का मुँह देखा और लट्टू हो बैठ गये। मोह ने घेर लिया। यह भी ड्रामा की भावी। अभी भी बाप कहते हैं - पहले-पहले तो नष्टोमोहा बनो। एक मोस्ट बिलवेड बाप के बन जाओ। कुछ भी हो जाये, हम तो बाप की ही सर्विस पर रहेंगे।

 

4.

दिखाते भी हैं - सागर और ब्रह्मपुत्रा नदी का मेला होता है, यहाँ फिर आत्मा और परमात्मा का यह मेला है, इसका ही यादगार भक्ति मार्ग में गाया जाता है।