POINTS OF YAAD FROM MURLI - 11.07.2018


1.

सभी का माशूक एक ही निराकार बाबा है। निराकार आत्मायें अपने माशूक को याद करती हैं। याद क्यों करती हैं? जरूर कुछ न कुछ तकलीफ है। सभी भक्त भगवान् को याद करते हैं।

 

2.

यहाँ तो सभी के सभी आशिक हैं। उस माशूक (शिवबाबा) के, परन्तु कितने थोड़े सच्चे आशिक बनते हैं जो पास विथ ऑनर्स होते हैं! 8 दानों की कितनी महिमा है! तो जब भक्तों को भगवान् मिला है तो उनको कितना याद करना चाहिए! बाप कहते हैं - बच्चे, निरन्तर मुझे याद करो क्योंकि मेरे से तुमको बहुत सुख मिलता है।

3.

बुद्धि से बाप को याद करना है। वह है ही निराकार और उनका एक ही नाम है।

 

4.

भल काम है, हथ कार डे दिल यार डे........ बुद्धियोग बाप के साथ लगा हुआ हो। गृहस्थ व्यवहार में रहते हुए याद उनको करना है।