POINTS OF YAAD FROM MURLI - 20.07.2018


1.

''मीठे बच्चे - बाप को अपनी अवस्था का समाचार खुले दिल से दो, खुली व सच्ची दिल में ही बाप की याद टिक सकती है''

 

2.

अब तुम भक्त तो नहीं ठहरे। तुम हो बच्चे। बच्चे तो याद भी करते हैं। लिखते भी हैं कि बाबा, हम सम्मुख सुनने चाहते हैं। निमंत्रण देते रहते हैं - बाबा, आपसे सम्मुख सुनें।

 

3.

देही-अभिमानी बनना है। इनके शरीर को नहीं याद करना है। शिवबाबा इन द्वारा हमको राजयोग सिखलाते हैं।

 

4.

बाप सिर्फ कहते हैं - मुझे याद करो। जैसे मनुष्य मरने पर होते हैं तो मंत्र देते हैं - राम-राम कहो, यह कहो।

 

5.

आत्मा में जो बुद्धि है याद करने की वह बिल्कुल भूल गई है। तो गोपिकायें कोई कहाँ, कोई कहाँ से बुलाती है।

 

6.

बाप कहते हैं - सिर्फ इतना याद करो कि 84 जन्म पूरे हुए, अब बाबा आया है लेने लिये। बाप को याद नहीं करेंगे तो तूफान बहुत लगेंगे। विवेक भी कहता है - निरन्तर याद करना बड़ा मुश्किल है। भल बाबा कहते हैं - तुम कर्मयोगी हो। परन्तु देखा गया है कर्म करने के समय याद भूल जाती है। ऐसी अवस्था को पाने में टाइम लगता है। इसमें बहुत पुरुषार्थ करना होता है।

 

7.

तुम भक्ति मार्ग में भिन्न-भिन्न नाम, रूप, देश, काल धारण कर याद करते आये हो। अब सम्मुख तुमसे बात कर रहा हूँ। तुमको तो अपने शरीर का आधार है। हमको यह लोन लेना पड़ता है। बाप बच्चों को कहते हैं - अब यह पुराना चोला छोड़ना है। नाटक पूरा हुआ, अब निरन्तर बाप को याद करने की कोशिश करो। अगर और कुछ याद पड़ता रहेगा तो फिर सजायें खानी पड़ेगी। जितना हो सके औरों की याद निकाल दो। यात्रा पर जाते हैं तो बुद्धि में वही याद रहती है। बस, हम श्रीनाथ द्वारे जाते हैं। तुम्हारी है सच्ची रूहानी यात्रा। आत्मा परमात्मा के साथ योग लगाती है।

 

8.

कहाँ भी हो याद रहनी चाहिये। तुम जानते हो भगवान् सर्वव्यापी नहीं, वह तो बाप है और बाप से तो वर्सा मिलता है।

 

9.

सभी बच्चे हो ना तो वर्सा देने वाले बाप को याद करना चाहिये। कच्चे बच्चों को याद नहीं रहता है। शरीर निर्वाह अर्थ भल कर्म करो फिर फुर्सत के समय बाप को याद करो। याद की यात्रा का रजिस्टर तुम्हारा ठीक होता जायेगा तो खुशी रहेगी।

 

10.

बाप कहते हैं - मुझे याद करो। गीता में भी दो बार मन्मनाभव लिखा हुआ है।

 

11.

यह फिर आत्मा परमात्मा माशूक की आशिक होती है। देखते हो - सभी भक्त उनको याद करते हैं। उस माशूक की महिमा बड़ी भारी है!