POINTS OF YAAD FROM MURLI - 15.08.2018


1.

सिर्फ बाप को याद करना है। मनुष्य जब कोई मरते हैं तब उसको कहते हैं राम-राम कहो।

2.

तुम बच्चों को बाप समझाते हैं कि कोई भी आवाज़ नहीं करना है, सिर्फ बुद्धि से याद करना है। तुम जानते हो जीते जी ईश्वर की गोद में आने से फिर यह दु:ख रूपी दुनिया ख़त्म हो जाती है। बाबा, हम आपके गले का हार बन जायेंगे।

 

3.

बाप कहते हैं, मैं फिर से आकर स्थापना कराता हूँ। ब्रह्मा द्वारा स्थापना, शंकर द्वारा विनाश। बरोबर अनेक धर्मों का विनाश हुआ था। महाभारत लड़ाई के समय जो राजयोग सीखे, उनकी फिर राजधानी स्थापन हो गई।

 

4.

जो निमित्त बनते हैं, उनको साक्षात्कार कराते हैं। हो सकता है अगर तुम याद में रहेंगे, बाबा के बच्चे बनकर रहेंगे तो पिछाड़ी में तुमको भी साक्षात्कार होगा।

 

5.

बरोबर यादव-कौरव भी हैं, महाभारी लड़ाई भी सामने खड़ी है। जरूर राजयोग सिखलाने वाला भी होगा। जरूर स्वर्ग की स्थापना भी होगी। एक धर्म की स्थापना, अनेक धर्मों का विनाश होगा।