POINTS OF YAAD FROM MURLI - 25.08.2018


1.

सारी दुनिया को शान्ति का वर्सा देने का उपाय ही योग है। तुम बाप को याद करते हो - विश्व में शान्ति फैलाने के लिए। जितना बाप को याद करेंगे उतना माया का असर नहीं होगा। बाप का यही फ़रमान है - बच्चे, अशरीरी भव।

 

2.

जब कोई दु:ख होता है तो बाप को याद करते हैं - मुझे इस दु:ख से छुड़ाओ। आत्मा ही सुख-दु:ख में आती है।

 

3.

तुम्हारा फिर आधाकल्प का जो पापों का खाता है वह भस्म होता है और पुण्य का खाता तुम जमा करते जाते हो। यहाँ ही जमा करेंगे तब 21 जन्म लिए फल मिलेगा। बाप को याद करने से ही विकर्म विनाश होंगे। नया कोई पाप नहीं करना चाहिए। पुराना खाता ख़लास करना है।

 

4.

पवित्रता की ही प्रतिज्ञा की जाती है। बाप को याद करते हो - शान्ति फैलाने लिए। यह भी तुम जानते हो जितना बाप को याद करेंगे, माया का असर नहीं होगा।