Avyakt Vaani - 03.02.2005

शिवरात्रि तक सब सम्पन्न हो जायेंगे।

जब मुश्किल नहीं है तो बनना ही है।

ब्रह्मा बाप समान बनना ही है।

संकल्प में भी,

बोल में भी,

सेवा में भी,

सम्बन्ध-सम्पर्क में भी,

सबमें ब्रह्मा बाप समान।