Aaj ki Murli Se_21.06.2022


  • बुद्धि में बैठा है कोई और दुनिया है, जहाँ शान्ति भी थी, सुख भी था।
    • इतनी सहज बातें भी किसकी बुद्धि में नहीं आती हैं क्योंकि
      • बुद्धि को माया का ताला लगा हुआ है।
  • परमपिता परमात्मा की महिमा भी गाते हैं, हे परमपिता परमात्मा, बुद्धिवानों की बुद्धि आप हो।
    • बुद्धिहीन को आप बुद्धि दो।
  • मूलवतन, सूक्ष्मवतन, स्थूलवतन यह तीनों लोकों का बुद्धि में ज्ञान है।
    • जो अच्छी रीति से पढ़ते हैं उन्हों की बुद्धि में है।
  • तुम स्कूल में पढ़ते हो, तो पढ़ाई पूरी रीति बुद्धि में रहनी चाहिए।
    • तीनों कालों का ज्ञान तुम्हारी बुद्धि में है।
    • यह ज्ञान और किसकी बुद्धि में है नहीं।
    • तुम्हारी बुद्धि में सारी नॉलेज आ गई है।...