01 “...जैसे अशरीरीकर्मातीत बन कर के क्या किया?

 एक सेकेण्ड में पंछी बन उड़ गया।

साकार शरीर से एक सेकेण्ड में उड़े ना।

तो अब पढ़ाई पूरी हुई।

बाकी एक कार्य रहा हुआ है।

साथ ले जाने का।

इसलिए अब सिर्फ मिलनेअव्यक्त शिक्षाओं से बहलाने और उड़ाने लिये आते हैं।

पढ़ाई के पॉइंट्स पढ़ाई का रूप अब नहीं चल सकता है।

अभी कोर्स रिवाइज हो रहा है।

लेकिन कितने समय में रिवाइज करेंगे?

कितने तक कोर्स पूरा हुआ है

अभी यह सभी को निर्णय करना है कि कहाँ तक रिवाइज कोर्स हुआ है।

कितना समय अब चाहिए?...”

Ref:- AV - 26.06.1969