"...पहले तो वह श्रीमत देते हैं श्रेष्ठ ते श्रेष्ठ बनाने के लिए।

तो मत पर चलना चाहिए ना।

पहली-पहली मत देते हैं - देही-अभिमानी बनो।

बाबा हम आत्माओं को पढ़ाते हैं।

यह पक्का-पक्का याद करो।

यह अक्षर याद किया तो बेड़ा पार है। ..."

 

................ My Sweet BaapDada ....................

 

ओम् शान्ति।

मीठे बाबा आप मुझे श्रेष्ठ देवी-देवता बनने के लिए जो श्रीमत के रूप में पढ़ा रहे हैं।

बाबा ऐसी श्रीमत पर मैं अवश्य चलूंगा।

देहीभिमानी बनूंगा।

बाबा आप मनुष्य से देवता बनने की इतनी श्रेष्ठ पढ़ाई पढ़ा रहे हैं।

मैं अच्छा विद्यार्थी बनकर अवश्य ही आपसे श्रेष्ठ पद पाऊंगा बाबा।