28.10.2021
- बाप ने समझाया है - परमात्मा को रूप-बसन्त भी कहते हैं।
- उनका रूप भी है, नाम शिवबाबा है।
- कहते हैं परमात्मा को आना है।
- पतित-पावन परमात्मा आओ, आकर हमको रास्ता बताओ।
- दूसरे तरफ कहते गंगा पतित-पावनी है।
- गंगा स्नान, यज्ञ-तप, यात्रा करना यह सब भगवान से मिलने के रास्ते हैं।
- जबकि बुलाते हो परमात्मा को, फिर धक्के क्यों खाते हो!
- यह सब भक्ति मार्ग की नूँध है।
- मनुष्यों को जो आता सो बोलते रहते हैं।
- कितनी मेहनत करते हैं परमात्मा से मिलने के लिए।
- अब भगवान से मिलने भगत जायेंगे या भगवान को यहाँ आना पड़ेगा?
- पतित आत्मा तो जा न सके।
- बाप आते हैं ले जाने के लिए।
- सभी आत्माओं का पण्डा एक ही है।
- तुम भी पवित्र बन उनके पीछे चले जायेंगे।
- साज़न तुमको ज्ञान रत्नों से श्रृंगारते हैं - महारानी-महाराजा बनाने।
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