आओ अब प्यारे बाबा को
याद कर लें...

गीत:- भगवान मेरी जीवन नैया ...


भगवान मेरी जीवन नैया ...

परमपिता परमात्मा के प्रति आत्माओं की भक्तिमार्ग में प्रार्थना है कि भगवान मेरी जीवन नैया उस पार लगा देना, अब तक तो निभाया है आगे भी निभा देना।...

लेकिन वर्तमान में

परमपिता परमात्मा शिवबाबा अपने प्यारे बच्चों को कहते हैं ...


(Avyakt BaapDada dated 22.01.1969)

 

"...जिन बच्चों की जीवन रूपी नईया बाप के साथ में होगी वह हिलेगी नहीं।

अभी तुम परीक्षाओं रूपी सागर के बीच में चल रहे हो।

तो जिनका कनेक्शन अर्थात् जिनका हाथ बापदादा के हाथ में होगा उनकी यह जीवन रूपी नैया न हिलेगी न डूबेगी।

तुम बच्चे इसको ड्रामा का खेल समझकर चलेंगे तो डगमग नहीं होंगे।

और जिसका बुद्धि रूपी हाथ साथ ढीला होगा वह डोलते रहेंगे।

इसलिए बच्चों को बुद्धि रूपी हाथ मजबूत रखने का खास ध्यान रखना है।..."