बाप की याद...11.02.2019

 

...सारी दुनिया को पैगाम दो कि खुदा ने कहा है - तुम सब अपने को आत्मा समझो, देह-अभिमान छोड़ो, एक मुझ बाप को याद करो तो तुम्हारे सिर से पापों का बोझा उतर जायेगा।...

 

 

...कोई में ज्ञान बहुत है, योग का जौहर कम है। जो बांधेले हैं, गरीब हैं वह शिवबाबा को बहुत याद करते हैं। उनमें ज्ञान कम है, योग का जौहर बहुत है। वह तमोप्रधान से सतोप्रधान बन रहे हैं।...

 

 

...गाया जाता है कम कार डे... आफिस आदि में काम करते भी बुद्धि में याद रहे कि मैं आत्मा हूँ। बाबा ने फरमान किया है कि मुझे याद करते रहो। भक्ति मार्ग में भी कामकाज करते कोई न कोई इष्ट देवता को याद करते रहते हैं।...

 

 

...शरीर का भान छोड़ अपने को आत्मा समझना है। इस समय कहेंगे हम पुरुषार्थी हैं, याद करते-करते जब पाप खत्म होंगे तब लड़ाई शुरू होगी, जब तक सबको पैगाम मिल जाये। पैगाम अथवा मैसेज तो शिवबाबा ही देते हैं। खुदा को पैगम्बर कहते हैं ना। तुम सबको यह पैगाम पहुँचाते हो कि अपने को आत्मा समझ परमपिता परमात्मा के साथ योग लगाओ तो बाप प्रतिज्ञा करते हैं कि तुम्हारे जन्म-जन्मान्तर के पाप कट जायेंगे।...

 

 

...अभी आत्मा और शरीर दोनों ही पतित हैं। अब बाप को याद करो तो तुम यह देवता बन जायेंगे। देह के सर्व पुराने सम्बन्धियों से ममत्व मिट जाये।...

 

 

...अब बाप तुमको अपना वायदा याद कराते हैं। बाप कहते हैं मेरे साथ योग लगाने से ही तुम्हारे विकर्म विनाश होंगे। तुम नई दुनिया के मालिक बन जायेंगे।...

 

 

...तुम्हारे में बहुत ज्ञान-योग में तीखे हो जायेंगे तो और भी बहुत याद करने लग पड़ेंगे। तुम्हारी प्रैक्टिस भी अच्छी हो जायेगी और बुद्धि भी विशाल हो जायेगी। ...

 

 

...अब तुम शिवबाबा को चैतन्य में याद करते हो। फिर पुजारी बनेंगे तो पत्थर को पूजेंगे। अब बाबा चैतन्य है ना।...