शरीर की भी नॉलेज, आत्मा की भी नॉलेज।
दोनों नॉलेज हर कर्म में चाहिए, शरीर के बिमारी की भी नॉलेज चाहिए।
मेरा शरीर किस विधि से ठीक चल सकता है?
ऐसे नहीं - आत्मा तो शक्तिशाली है, शरीर कैसा भी है।
शरीर ठीक नहीं होगा तो योग भी नहीं लगेगा।
फिर शरीर अपनी तरफ खींचता है।