हर एक बच्चे को बाप ने मास्टर सर्वशक्तिवान भव का वरदान दिया है।
- किसने वरदान दिया?
- आलमाइटी अथॉरिटी ने।
- लेकिन कम्पलेन करते हैं कि जिस समय जो शक्ति चाहिए वह आती नहीं है।
- आर्डर नहीं मानती है।
- वह क्यों?
- जब आलमाइटी अथॉरिटी का वरदान है, उससे बड़ा कोई नहीं।
- तो वरदान के स्थिति में स्थित रहकरके अगर आर्डर करो तो हो नहीं सकता कि आप आर्डर करो और शक्ति नहीं मानें।
- एक तो आत्मा मालिक है, सर्वशक्तिवान का वरदान मिला हुआ है, उस स्वरूप में स्थित होके मालिक हूँ, वरदान है, दोनों स्वरूप की स्मृति के स्थिति में रहके आर्डर करो।
- शक्ति आपका नहीं मानें असम्भव क्योंकि वरदान और बाप के प्रापर्टी का अधिकार संगमयुग पर आप सबको सर्वशक्तिवान का टाइटिल मिला है सिर्फ उस स्थिति में स्थित नहीं रहते।
- सदा नहीं रहते।
- कभी-कभी आ जाता है।
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