पाण्डव फुल वर्सा लेने वाले हो?
- तो बापदादा की आशा का दीपक हूँ। तो यही याद रखो - स्मृति दिवस पर हर एक बच्चा चाहे आये हैं, चाहे अभी नहीं आये हैं, चाहे दूर बैठे दिल में समाये हुए हैं, हर एक को बापदादा की यह आज्ञा - बनना और मानना है कि मुझे कभी शब्द नहीं कहना है।
- अभी-अभी, कल भी किसने देखा, आज।
- जो करना है वह करना ही है, सोचना नहीं।
- सोचेंगे, करेंगे, हो जायेगा, यह बाप को भी दिलासा देते हैं।
- बाबा आप ख्याल नहीं करो हम समय पर ठीक हो जायेंगे।
- लेकिन बापदादा यही चाहते कि अभी-अभी कोई भी पेपर आ जाए तो हर एक बच्चा फुल पास हो जाए।
- हो सकता है? हो सकता है?
- फुल पास होना है? अच्छा।
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